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सास को वश में करने के घरेलू तरीके

भारतीय समाज में सास-बहू के रिश्ते को लेकर कई समस्याएँ देखी जाती हैं। अक्सर सास-बहू के झगड़े इतने बढ़ जाते हैं कि पूरे परिवार का माहौल बिगड़ जाता है और इसका असर दांपत्य जीवन पर भी पड़ता है। यहाँ हम कुछ घरेलू टोटके और तंत्र-मंत्र के उपाय प्रस्तुत कर रहे हैं जिनकी मदद से आप अपनी सास के साथ संबंध बेहतर बना सकते हैं या, अगर आप उनकी नकारात्मकता से त्रस्त हैं, तो उन्हें वश में कर सकते हैं।

  1. सास से छुटकारा पाने के तांत्रिक उपाय
    यदि आपकी सास का व्यवहार आपके लिए परेशानी का कारण बन गया है, तो इस उपाय का प्रयोग कर सकते हैं।

आवश्यक सामग्री: शमशान की मिट्टी, भोजपत्र, सिंदूर, काला धागा, आटे का दीपक, लाल कपड़ा, लवंग 5, सुपारी 5, कपूर 5, काली हल्दी

विधि: शनिवार की रात भोजपत्र पर अपनी सास का नाम सिंदूर से लिखें और इसे लाल कपड़े पर रखें। आटे का दीपक जलाकर उसके पास रखें और सभी लवंग और सुपारी भोजपत्र पर रखें। काली हल्दी को शमशान की मिट्टी में मिलाकर निम्न मंत्र का 11 बार जाप करते हुए एक-एक चुटकी भोजपत्र पर डालें:

मंत्र: “ॐ नमो आदिरुपाय क्लीं ह्रीं साध्य साध्य स्वः।”

जाप के बाद भोजपत्र को लाल कपड़े में लपेटें, काले धागे से बाँधें, और इसे सुनसान स्थान पर जाकर कपूर की सहायता से जला दें।

  1. सास को वश में करने के घरेलू उपाय
    यदि सास का व्यवहार आपके दांपत्य जीवन को प्रभावित कर रहा है और आप उन्हें वश में करना चाहते हैं, तो इस उपाय का प्रयोग कर सकते हैं।

आवश्यक सामग्री: साबुत हल्दी की गांठ 7, लवंग 7, सुपारी 7, पान के पत्ते 7, लाल कपड़ा, मौली, लकड़ी का आसन, चंदन, घी का दीपक, नारियल

विधि: शनिवार की रात लकड़ी के आसन पर लाल वस्त्र बिछाएँ और नारियल को उस पर रखें। सभी पान के पत्तों पर चंदन से अपनी सास का नाम लिखें और नारियल के पास एक कतार में रखें। घी का दीपक जलाकर निम्न मंत्र का 51 बार जाप करें:

मंत्र: “ॐ चामुण्डे वश्यं करि अमुकस्य (सास का नाम) वश्यं ॐ श्रीं आकर्षण स्वः!”

मंत्र जाप के बाद पान के पत्तों को नारियल के ऊपर लपेटकर मौली से बाँधें और पीपल के पेड़ के नीचे गड्ढा खोदकर दबा दें।

  1. अमावस्या का वशीकरण टोटका
    अमावस्या की रात को आप नीचे दिए गए टोटके का प्रयोग कर अपनी सास को वश में कर सकते हैं।

आवश्यक सामग्री: लाल सिंदूर, गोमती चक्र 11, बाजोट, मिट्टी का दीपक, सफेद रुमाल, उल्लू का पंख, कपूर

विधि: अमावस्या की रात लकड़ी के बाजोट पर लाल कपड़ा बिछाएँ और सफेद रुमाल पर अपनी सास का नाम काजल से लिखें। रुमाल पर सिंदूर की ढेरी बनाएँ और उसके ऊपर उल्लू का पंख रखें। दीपक में कपूर डालकर जलाएँ और गोमती चक्र को दीपक के ऊपर से घुमाते हुए निम्न मंत्र का 21 बार जाप करें:

मंत्र: “ॐ भगवती कलिकाये ह्रीं श्रीं मम वश्य कुरु कुरु फट स्वः!”

सभी सामग्री को लाल कपड़े में बाँधकर पोटली बनाएँ और सूर्योदय के बाद बहते जल में प्रवाहित कर दें।

महत्वपूर्ण सूचना: इन टोटकों का उपयोग सोच-समझकर और सिर्फ आवश्यक परिस्थितियों में करें। रिश्तों में प्रेम और संवाद से ही स्थायित्व आता है।

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