Islamic Astro Aashiya Khan

asshiya khan hero banner

सास को वश में करने और उनसे छुटकारा पाने के प्रभावी उपाय

कई बार, सास-बहू के बीच रिश्ते में तनाव आ सकता है, और इस तनाव को दूर करने के लिए लोग विभिन्न उपायों की तलाश करते हैं। अगर आप अपनी सास के व्यवहार से परेशान हैं और सोच रहे हैं कि उन्हें कैसे वश में किया जाए, तो यहां कुछ पारंपरिक घरेलू टोटके और विधियां दी जा रही हैं। ये टोटके आपको न केवल सास के क्रोध और सख्त रवैये से राहत दिला सकते हैं, बल्कि उनके व्यवहार को आपके अनुकूल भी बना सकते हैं। इन उपायों का सही तरीके से पालन करने से आप अपनी सास को नियंत्रित कर सकते हैं और अपने जीवन में शांति बहाल कर सकते हैं।

महीने के तीसरे शनिवार को कनेर के फूल और गाय के घी का इस्तेमाल कर एक हवन किया जा सकता है। इस हवन को 1008 बार अपनी सास का नाम लेकर करना होता है। यह माना जाता है कि इस प्रक्रिया से सास के कठोर रवैये से मुक्ति मिलती है। इसी तरह, श्मशान से गेंदे का पौधा लाकर, उसके तने पर सास की लंबाई के सात गुना काले धागे को बांधने से सास का प्रबल वशीकरण हो सकता है, जिससे वह आपके अनुसार व्यवहार करने लगेंगी। यह उपाय उस स्थिति में किया जाता है जब सास के साथ संबंधों में कठिनाइयां उत्पन्न हो रही हों और सुधार की आवश्यकता हो।

यदि सास के हाथ की एक कांच की चूड़ी को लेकर उसका महीन मिश्रण बना लिया जाए और उस मिश्रण से पान के पत्ते पर सास का नाम लिखकर, पत्ते को काले कपड़े में बांधकर जलते पानी में विसर्जित किया जाए, तो इससे आपकी सास आपके अनुकूल व्यवहार करने लगती हैं। यह टोटका खासकर तब काम आता है जब सास का रवैया नियंत्रण से बाहर हो और आप चाहते हैं कि उनका व्यवहार बदल जाए। इसी प्रकार, यदि आप सास के सिर के सात बाल लेकर पीपल के पेड़ के नीचे गड्ढा खोदकर उन्हें दबा दें और उस स्थान पर आटे से बना दीपक जला दें, तो यह कहा जाता है कि सास के व्यवहार में परिवर्तन आता है, और आपको उनकी कठोरता से राहत मिलती है।

कुछ उपाय थोड़े अलग होते हैं, जैसे सास के वस्त्र के टुकड़े पर काजल से उनका नाम लिखकर, उस टुकड़े को जलती चिता पर जला देने का टोटका। ऐसा करने से सास का वशीकरण हो जाता है और वह आपके प्रति नरम हो जाती हैं। इसी प्रकार, मैनसिल और आक की जड़ को बारीक पीसकर शहद में मिलाकर 21 दिनों तक तिलक किया जाए और इस तिलक के साथ अपनी सास के सामने जाया जाए, तो उनका रवैया बदलने लगता है। यह टोटका सास के क्रोध को शांत करने और उन्हें बहू के प्रति सहानुभूतिपूर्ण बनाने के लिए उपयोगी माना जाता है।

पीपल के तने से निकले जल को भांग के बीज में मिलाकर, अगर उसे सास के स्नान के जल में मिला दिया जाए, तो जब सास उस जल से स्नान करेंगी, तो उनका गुस्सा शांत हो जाएगा। वहीं, वटवृक्ष की जड़ को पीसकर बकरी के दूध में मिलाकर माथे पर तिलक करने से यह माना जाता है कि हर व्यक्ति आपके प्रति आकर्षित हो जाता है। इसी तरह, अमावस्या के दिन काली हल्दी से अपने ललाट पर सास का नाम लिखकर 108 बार चंडी स्तोत्र का जाप करने से सास का व्यवहार आपके प्रति नरम हो जाता है, जिससे रिश्तों में मधुरता आ सकती है।

सास के शयनकक्ष में लाल कनेर के फूल, जटामांसी, ब्रह्मा दंडी और गो-बंधनी को पीसकर शीशे के पात्र में रखने से भी उनके व्यवहार में बदलाव देखा जा सकता है। अगर आपकी सास का रवैया काफी सख्त है, तो अमावस्या की रात को खेजड़ी के वृक्ष की टहनी पर सिंदूर से उनका नाम लिखकर उसे लाल कपड़े में बांधकर, सास के सिर के ऊपर से 108 बार उतारें और फिर उस टहनी को किसी कुएं में फेंक दें। इस प्रक्रिया से यह माना जाता है कि सास आपके वश में आ जाएंगी और उनके साथ रिश्ते सुधरने लगेंगे।

सफेद फिटकरी पर लाल चंदन से सास का नाम लिखकर उसे 21 दिन तक चूल्हे में जलाने का भी एक उपाय है। ऐसा करने के बाद, 22वें दिन सास का व्यवहार नरम हो जाएगा और वे आपके प्रति स्नेहपूर्ण होंगी। इसी प्रकार, तुलसी के 21 पत्तों पर सास का नाम लिखकर, उन पत्तों को कलावे में बांधकर, श्मशान में पीपल के पेड़ के नीचे गाड़ने से सास का व्यवहार आपके अनुसार हो जाता है। यह टोटका तब काम आता है जब आप सास के साथ अपनी समस्याओं को दूर करना चाहते हैं और रिश्ते को नियंत्रण में लाना चाहते हैं।

इसके अलावा, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष के शनिवार को श्मशान की मिट्टी में सास के सात बालों को जलाकर, उससे भस्म बनाकर तिलक करें और 21 दिनों तक सास के सामने जाएं। माना जाता है कि इससे सास आपके नियंत्रण में आ जाती हैं। और अंत में, अमावस्या के दिन बरगद की जड़ को सास के थूक में मिलाकर बारीक पीसकर 21 दिनों तक तिलक लगाने से भी आपकी सास आपके अनुसार काम करने लगती हैं और उनके साथ रिश्ते में सुधार आता है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
Call Now Button